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नाम की शक्ति को पहचानें!

>> Thursday, November 18, 2010

अक्षर यानी जिसका कभी क्षय न हो, जो हर स्थिति परिस्थिति में व्याप्त हो और शब्द रूपी शक्ति उत्पन्न करता हो। शास्‍त्रों में अक्षर को ब्रह्म की संज्ञा दी गई है। संसार में समस्‍त शक्तियाँ शब्दाक्षरों के आसपास घूमती हैं चाहे वह ईश्वरीयशक्ति हो, आर्थिकश्‍ाक्ति हो, शारीरिक शक्ति हो, मानसिकशक्ति हो या कैसी भी शक्ति हो सभी शब्दाक्षरों से ही संचालित होती हैं। यह जान लें कि यह शब्‍दशक्ति ही है जो जीवन में उतार व चढ़ाव लाती है।
    नाम भी शब्‍द है जोकि आपकी पहचान है। नाम की शक्ति को पहचानें और प्रतिकूलता को अनुकूलता में बदल लें। जब नाम सकारात्मक ऊर्जा शक्ति के साथ जुड़ जाएगा तो ब्रह्मांड व्‍यापत सकारात्मक ऊर्जा आपकी उन्‍नति में सहायक ही होगी।
    आप चाहे विद्यार्थी, कलाकार, शिल्पकार, फिल्मकार, चिकित्सक, पत्रकार, आध्यात्मिक गुरू, अध्यापक, वैज्ञानिक, तकनीशियन, व्यापारी, उद्योगपति, शासक, प्रशासक, लेखक राजनीतिक, कारोबारी, नर्तक, नेता, अभिनेता, संगीतज्ञ या कुछ ओर कोई भी हों, यदि आपने अपने नाम की शक्ति पहचान कर सही दिशा में प्रयास किया तो आप उन्‍नति पथ पर अग्रसर होने के साथ-साथ अधिक लाभ भी उठा सकते हैं। सच में नाम में एक ऐसा जादू है जिसे सुनते ही व्यक्तित्व निखर जाता है।
    नाम के द्वारा अपने नामांक को जानें और उसकी शक्ति, प्रभाव तथा उसकी सकारात्मक क्षमताओं को बढ़ाएं।
    नामांक कैसे ज्ञात करेंगे, अब यह बताते हैं।
    सर्वप्रथम अपना नाम जो दैनिक उपयोग में बैंक या सब जगह प्रयोग में आता है को कैपिटल लेटर में अंग्रेजी में एक सादे कागज पर लिख लें। अब हमें इसे अंक में परिवर्तित करना है। अंक में परिवर्तित होने के बाद जो मूलांक प्राप्‍त होगा वह नामांक होगा।
    प्रत्‍येक अंग्रेजी अक्षर का एक अंक होता है जो इस प्रकार है-
    A I J Q Y का अंक 1 है।
    B K R का अंक 2 है।
    C G L S का अंक 3 है।
    D M T का अंक 4 है।
    E H N X का अंक 5 है।
    U V W का अंक 6 है।
    O Z  का अंक 7 है।
    F P  का अंक 8 है।
    मान लो आपको अंकुर गुप्‍ता का नामांक ज्ञात करना है। अंकुर अपना नाम इस प्रकार लिखता है-
    A N K U R G U P T A  इनके अंक क्रमश: होंगे 1 5 2 6 2 3 6 8 4 1, अब इनका योग करा तो आया 38, इनको फिर परस्‍पर जोड़ा तो आया 11, इसको पुन: जोड़कर मूलांक बनाया तो आया 2 अर्थात् अंकुर गुप्‍ता का नामांक 2 है।
    अब जन्‍मांक ज्ञात करना होगा। जन्‍मांक ज्ञात करना हम कल के लेख 'जन्‍मांक से कैरियर चुनकर सफलता प्राप्‍त करें' में बता चुके हैं। मान लो अंकुर का जन्‍म 10 अगस्‍त को हुआ तो उसका जन्‍मांक मूलांक बनाने पर 1 होगा।
    अब हमें यह देखना है कि जन्‍मांक 1 का नामांक 2 से कैसा सम्‍बन्‍ध है। इसके लिए प्रत्‍येक अंक के मित्र, शत्रु एवं सम मालूम होने चाहिएं। प्रत्‍येक अंक के‍ लिए ये इस प्रकार होते हैं-

    1 के लिए मित्र 2, 3, 9, सम 5 एवं शत्रु 4, 6, 7, 8 हैं।
    2 के लिए मित्र 1, 5, सम 3, 6, 8, 9 एवं शत्रु 4, 7 हैं।
    3 के लिए मित्र 1, 2, 9, सम 4, 7, 8 एवं शत्रु 5, 6 हैं।
    4 के लिए मित्र 5, 6, 8, सम 3 एवं शत्रु 1, 2, 7, 9 हैं।
    5 के लिए मित्र 1, 4, 6, 7, सम 3, 8, 9 एवं शत्रु 2 हैं।
    6 के लिए मित्र 4, 5, 8, सम 3, 7, 9 एवं शत्रु 1, 2 हैं।
    7 के लिए मित्र 5, 6, 8, सम 3 एवं शत्रु 1, 2, 4, 9 हैं।
    8 के लिए मित्र 4, 5, 6, सम 3, 7 एवं शत्रु 1, 2, 9 हैं।
    9 के लिए मित्र 1, 2, 3, सम 6, 8 एवं शत्रु 4, 5, 7 हैं। 
   
    यदि आपका नामांक आपके नाम का समधर्मी है तो अनुकूल है, यदि मित्र है तो भी अनुकूल है, यदि सम है तो सामान्‍य है और यदि शत्रु है तो प्रतिकूल है। अत: स्‍पष्‍ट है कि नामांक समधर्मी या मित्र होना चाहिए तभी उसमें सकारात्‍मक ऊर्जा व्‍याप्‍त होगी। नामांक जन्‍मांक के लिए शत्रु अंक नहीं होना चाहिए।
    अंकुर का नामांक 2 है और जन्‍मांक 1 है। 2 और 1 परस्‍पर मित्र हैं, अत: उसका नाम अनुकूल होने के कारण उसमें से सकारात्‍मक ऊर्जा मिलेगी जिससे सफलता की ओर आगे बढ़ने में नाम सहयोगी होगा।
    यदि नाम आपका अनुकूल न आए तो उसकी स्‍पैलिंग में हेरफेर करके उसे अनुकूल बनाकर नाम को जन्‍मांक का सहयोगी बना लेना चाहिए जिससे नाम सकारात्‍मक ऊर्जा देता रहे। आप अपने नाम की शक्ति को पहचान कर अनुकूल बना लें जिससे जीवन में लक्ष्‍य तक पहुंचने का मार्ग कंटकविहीन हो सके।
   
   
   

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