हे मां शारदे(लघुगीत तांका)
>> Friday, November 23, 2018
आज शुक्रवार है और प्रत्येक शुक्रवार को कहानी या कविता की चर्चा करते हैं। आज की वीडियो में लघु गीत तांका के अन्तर्गत हे मां शारदे शीर्षक के अन्तर्गत पांच तांका दे रहे हैं। तांका में ५,७,५,७,७ के क्रम में कुल इकतीस अक्ष्ार की पांच पक्तियों होती हैं। आपको यह लघुगीत तांका कैसा लगा कमन्ट बॉक्स में टिप्पणी देकर अवश्य बताएं। धन्यवाद।
१
हे मां शारदे !
तू मुझको तार दे
रोज सवेरे
रहूं मैं दर तेरे
तू जीवन है फेरे
२
हे मां शारदे !
कमल निवासनी
हंस वाहिनी
वर बार-बार दे
तू जीवन सार दे
३
हे मां शारदे !
सर्वगुण शालिनी
वीणा-वादिनी
हे ज्ञान प्रदायिनी
मोह मेरा हर ले
४
हे मां शारदे !
ज्ञान प्रकाश भरो
तिमिर हरो
देकर उपहार
जीवन दो संवार
५
हे मां शारदे !
करो भक्ति स्वीकार
दो जग सार
तेरी कृपा से माता
पा लूं सुख हजार
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