व्यस्त
>> Friday, September 3, 2010
अमेरिका के महान समाज सुधारक विलबरफोर्स से उनके एक मित्र ने व्यंग्य से कहा,'मित्र, आपको संसार की मुक्ति की तो चिन्ता लगी रहती है, किन्तु कभी आपने अपने बारे में भी सोचा है या नहीं।'
विलबरफोर्स ने मित्र के नहले पर दहला मारते हुए कहा, 'हां, मित्र, सचमुच मैं अपने जीवन में इतना व्यस्त रहा कि मुझे ज्ञात ही नहीं हो सका कि समाज से अलग 'मैं भी कुछ हूं।'
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