श्रीमद्भगवद्गीता हिन्दी तांका छन्द में भगवान् का गीत अध्याय-तीन-कर्म योग भाग-तीन
>> Tuesday, August 1, 2023
अध्याय तीन 'कर्म योग' के 43 श्लोक को तांका की पांच लाईन में क्रमश:
5-7-5-7-7 अक्षरों के क्रम वाली 31 अक्षरीय कविता में अभिव्यक्त किया गया
है। यह तांका संग्रह आपको सच्ची सुख-शान्ति और सफलता का अनुपम मार्ग
बताएगा। इस पुस्तक को पढ़कर आप दुविधा और मोह से ग्रस्त पीड़ा से मुक्त
होकर निर्भय हो जाएंगे। भगवान् का गीत आपके जीवन को सार्थक कर सका तो मेरा
परिश्रम स्वत: ही सार्थक हो जाएगा। एक बार अवश्य पढ़ें और अपने जीवन को एक
नई दिशा प्रदान करें। शेष हरि इच्छा। पेपरबैक में मंगाने के लिए नीचे लिखे लिंक पर जाएं-
श्रीमद्भगवद्गीता हिन्दी तांका छन्द में भगवान् का गीत अध्याय-तीन-कर्म योग भाग-तीन
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