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जीवन पुस्तक का नया अध्याय कब शुरू होता है?-सत्यज्ञ

>> Tuesday, June 1, 2010




     आप यह जान लें कि जीवन में परिवर्तन होता ही रहता है। प्रत्येक दिन जीवन में कोई न कोई परिवर्तन अपने आने का संकेत देता रहता है। प्रत्येक दिन जीवन पुस्तक का नया पृष्ठ लिखता है। आप भी अपने जीवन में दृष्टिपात करेंगे तो आपको ज्ञात होगा कि कुछ तथ्य जीवन में नया परिवर्तन लेकर आते हैं। जीवन पुस्तक में कब-कब नया परिवर्तन आता है यह आप भी जान सकते हैं। इसके लिए आपको कुछ ग्रह की गति पर ध्यान देना होगा।
     यह जान लें कि गुरु ग्रह 12 वर्षों में, राहु 18 वर्षों में एवं शनि 30 वर्षों में भचक्र की बारह राशियों को भोग लेता है। चन्द्रमा 27 दिन में भचक्र का भोग करता है। अतः यह ध्यान रखें कि प्रत्येक 27 दिन में जीवन में एक नया परिवर्तन आता है। इसी प्रकार प्रत्येक 12, 18 एवं 30 वर्ष बाद जीवन में नए मोड़ आते हैं। यह सत्य है कि प्रत्येक 12वें, 18वें व 30वें वर्ष बाद मानव जीवन की पुस्तक का एक नया अध्याय शुरू होता है। आप ध्यान देंगे तो आपको भी लगेगा कि जीवन में आने वाले परिवर्तन लगभग प्रत्येक 12, 18 एवं 30वर्ष में आते हैं। यदि आप इन ग्रहों के गोचर स्थिति पर ध्यान देंगे तो आप पूर्वानुमान लगा सकते हैं कि आने वाले 12, 18 एवं 30वें वर्ष में क्या परिवर्तन आएंगे। पूर्व वर्षों पर ध्यान देने से भी यह आप जान सकेंगे। आपको तो मात्र विश्लेषण करना है या पूर्व वर्षों से तुलना करनी है।

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