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मोटापे का यौगिक उपचार -राजीव शंकर माथुर

>> Friday, July 30, 2010


मानव शरीर के वजन में अस्वाभाविक ढंग से वृद्धि व चर्बी का बढ़ना मोटापा कहलाता है। मोटापे से शरीर कुरूप, बेडौल और भारी हो जाता है और दूसरे उसका उपहास उड़ाने लगते हैं। एक बार मोटापा आ जाए तो जाने का नाम नहीं लेता है।
मोटे व्यक्ति का जीवन छोटा होता है क्योंकि उसे अनेक रोग धीरे-धीरे घेर लेते हैं। मोटापा मनुष्य की भूल का परिणाम है। एक प्रकार से मोटापा मृत्यु को समय से पूर्व निमन्त्रण देना है।
मोटापे के कारण हृदय पर दबाव-सा बना रहता है। श्वास गति बढ़ जाती है। कार्यक्षमता घट जाती है। कॉलेस्ट्रॉल नाड़ियों में जम जाता है। मोटापे के कारण कब्ज, गैस, मधमेह, उच्च रक्तचाप, जोड़ों में दर्द, अपेंडिक्स, हृदय रोग, दमा, गुर्दे व रीढ़ आदि के दर्दों का शिकार होना पड़ता है।
मोटापे के कारण
कार्बोहाइड्रेट अधिक मात्रा में खाना, गरिष्ठ भोजन अधिक खाना, पाचन शक्ति से अधिक भोजन करना, बिना भूख बार-बार खाना। थाइराइड ग्रंथि मेटाबोलिज्म में सहायता करती है, उसका ठीक तरह से कार्य न करना। आवश्यकता से अधिक आराम करना और उचित व्यायाम न करना। अधिक समय तक बैठे  रहना।
मोटापा दूर करने का सरल उपाय
भोजन से पूर्व बीस मिनट तक दोनों समय धीरे-धीरे सलाद खूब चबा-चबाकर खाएं।
बीस मिनट के बाद उबली सब्जी के साथ फुलका खाएं।
दिन में फल या फल का रस लें।
तली-भुनी वस्तुएं व चाय और कॉफी आदि बन्द कर दें।
मोटापा दूर करने की यौगिक चिकित्सा
पश्चिमोत्तानासन का 10 से 15 बार निरन्तर अभ्यास करें। यह अकेला आसन ही मोटापा दूर करने में रामबाण है।
शहद और नीबूं प्रतिदिन प्रातः खाली पेट लें।
कुंजल, एनिमा, नौलि तथा कपालभाति की शुद्धि क्रियाओं का योग चिकित्सक के निर्देशन में करें।
भस्त्रिका प्राणायाम व बाह्य कुंभक के अभ्यास से पेट शीघ्र अन्दर चला जाता है।
आहार पर विशेष ध्यान दें। इसके लिए अधोलिखित ग्यारह नियमों का पालन करें-
1. गर्म मसाले व चीनी कम लें।
2. चर्बीयुक्त पदार्थ का सेवन बन्द कर दें।
3. भोजन क्षारीय और तरल अधिक लें। क्षारीय आहार में हरी सब्जियां और रसदार फल सन्तरा, अनानास, अनार, तरबूज, खरबूजा का प्रयोग करें।
4. प्रातः नींबू व शहद का सेवन करें।
5. नाश्ते में अंकुरित अन्न का सेवन करें।
6. सब्जियों का सूप या गाजर व मूली का रस लें।
7. दिन में कॉफी और चाय आदि का प्रयोग बिल्कुल बन्द कर दें।
8. अति शीतल व अति गर्म पदार्थों का सेवन न करें।
9. केला, चीकू, आलू, चावल, शकरकन्द व कार्बोहाइड्रेट अधिक वाले पदार्थ का सेवन कदापि न करें।
10. भोजन के साथ पानी न लें। पानी सदैव आधे घन्टे बाद लें।
11. दुबले-पतले होने को हीन भावना मन में न रखें। प्रत्येक समय हल्के, पतले, फुर्तीले व चुस्त होने का भाव बनाए रखें।
यहां दिए गए प्रयोग को निरन्तर करेंगे तो आप मोटापे से मुक्ति पा लेंगे। आपको आश्चर्य होगा कि आपका वजन इतना घट गया है और आप स्वयं को हल्का और फुर्तीला महसूस कर रहे हैं।

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