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सफलता व धन प्राप्ति का अनुभूत मन्त्र

>> Wednesday, August 4, 2010

                                                                
मन की इच्छा सभी पूर्ण कर लेना चाहते हैं। जब इच्छाएं पूर्ण नहीं होती हैं तो सभी परेशान हो जाते हैं। प्रत्येक व्यक्ति मन की समस्त इच्छाओं को पूर्ण करना चाहता है। सभी इच्छाएं कोई विरला ही होगा जिसकी पूर्ण होती हैं।
यहां एक ऐसे मन्त्र का प्रयोग बता रहे हैं जिससे के नित्य पाठ से मनोकांक्षा पूर्ण होती है, सफलता मिलती है, धन-धान्य की वृद्धि के साथ-साथ सुख-समृद्धि घर में वास करती है।
यह प्रयोग कैसे करें?
इस प्रयोग को करने के लिए सर्वप्रथम शुक्ल पक्ष का चयन करें। 
शुक्ल पक्ष में भी उस दिन का चयन करें जब गुरु वार व पुष्य नक्षत्र हो। 
चयनित दिन में 11माला अधोलिखित मन्त्र का जाप करके मन्त्र को सिद्ध कर लें।
मन्त्रा का जाप आसन पर बैठकर ही करें। मुख पूर्व, उत्तर या पूर्व-उत्तर की ओर होना चाहिए।
तदोपरान्त इस मन्त्र का प्रतिदिन नियमित जाप करें। जाप अल्पतम एक माला हो सकता है। अधिकतम आप सामर्थ्य के अनुसार कर सकते हैं।
इस मन्त्र के निरन्तर जाप से सफलता मिलती है, मनोकामना पूर्ण होती है और धन-धान्य की वृद्धि होती है और साथ में घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है।
राम रक्षा स्त्रोत का यह अनुभूत मन्त्र इस प्रकार है-
ऊं आपदामपहर्तारं दातारं सर्व-सम्पदाम्‌। लोकाभिरामं श्रीरामं भूयो भूयो नमाम्यहम्‌  ऊं ॥

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