राशिफल किस राशि से देखें?
>> Thursday, October 28, 2010
सभी समाचार पत्र और पत्रिकाएं राशिफल छापते हैं। अब तो नैट पर, अपने मोबाईल पर दैनिक राशिफल पढ़ने को मिल जाता है। प्राय: समाचार पत्रों में सूर्य राशि से जोकि अंग्रेजी तारीख के अनुसार अमुक अवधि से अमुक अवधि में उत्पन्न्ा होने पर ज्ञात होती है के अनुसर राशिफल लिखा रहता है। यह सूर्य राशि होती है और पाश्चात्य देशों में इसका अधिक प्रचलन है। हमारे देश में चन्द्र राशि की महत्ता है। सूर्य एक मास में राशि बदलता है, इसलिए एक मास में उत्पन्न सभी व्यक्तियों की राशि एक होती है, यह राशिफल स्थूल होता है। लेकिन प्रचलित है तो लोग देखते हैं, अब चाहे वह सत्य घटित हो या नहीं।
दूसरा प्रकार है जन्म नाम के प्रथम अक्षरानुसार अपनी राशि निर्धारित करें। यदि आपका जन्म नाम नहीं है तो बोलते नाम के प्रथम अक्षरानुसार अपनी राशि निर्धारित करें। यदि आपके पास जन्म दिनांक, जन्म समय, जन्म स्थान है तो अपनी कुण्डली किसी विद्वान से या कम्प्यूटर से बनवा लें। आपकी कुण्डली में चन्द्रमा जिस भाव में बैठा है उस भाव में अंकित क्रम संख्या ही आपकी जन्म राशि है। एक से बारह तक राशियों का क्रम यह है-मेष(1), वृष(2), मिथुन(3), कर्क(4), सिह(5), कन्या(6), तुला(7), व़श्चिक(8), धनु(9), मकर(10), कुम्भ(11), मीन(12)।
प्रयास करें जन्म राशि से ही राशिफल देखें। जन्म राशि न हो तो बोलते नाम की राशि से राशिफल देखें। चन्द्रमा एक राशि में ढाई दिन के लगभग रहता है तो यह राशि अधिक सूक्ष्म होती है और इससे कहा राशिफल अधिक सही बैठता है।
आप बोलते नाम एवं जन्म राशि दोनों से राशिफल देख सकते हैं और इनमें से जिस राशि का फल अधिक सत्य घटता है तो उससे ही अपना राशिफल जानें। जन्म राशि का राशिफल शतप्रतिशत एवं बोलते नाम की राशि का राशिफल 40 प्रतिशत तक सत्य घटित होता है।
राशिफल देखना प्रचलन में है इसलिए समाचार उठाते ही लोग इसे देखते हैं। लेकिन यह जान लें कि समाचार समय से छपना होता है, और यदि किसी दिन का राशिफल उपलब्ध नहीं है तो किसी भी दिनांक का राशिफल अमुक दिनांक पर छाप दिया जाता है। समाचार पत्रों मे किसी और रूप में उपलब्ध दैनिक राशिफल पूर्णतया विश्वसनीय नहीं होता है। फिर भी देखना है तो जन्म राशि से देखें और उस फल को अधिक गम्भीरता से न लें, वरना तनाव में आ जाएंगे और कुछ का कुछ उल्टा-सीधा कर बैठेंगे। अत: देखना है तो सहज रूप में बिना प्रभाव लिए। हमारी यही सलाह है कि-
राशिफल देखने से अधिक अच्छा है कि आप अपनी जन्मपत्री बनवा लें। जन्मपत्री आपके भीतर छिपी सम्भावनाओं एवं पूर्व जन्म के कर्मों के फलस्वरूप प्राइज़ भाग्य का सूचना-पत्र है। जब आपको अपने भीतर छिपी सम्भावनाओं का पूर्वानुमान हो जाएगा तो उन्नति शिखर पर चढ़ने पर आसानी रहेगी।
दूसरा प्रकार है जन्म नाम के प्रथम अक्षरानुसार अपनी राशि निर्धारित करें। यदि आपका जन्म नाम नहीं है तो बोलते नाम के प्रथम अक्षरानुसार अपनी राशि निर्धारित करें। यदि आपके पास जन्म दिनांक, जन्म समय, जन्म स्थान है तो अपनी कुण्डली किसी विद्वान से या कम्प्यूटर से बनवा लें। आपकी कुण्डली में चन्द्रमा जिस भाव में बैठा है उस भाव में अंकित क्रम संख्या ही आपकी जन्म राशि है। एक से बारह तक राशियों का क्रम यह है-मेष(1), वृष(2), मिथुन(3), कर्क(4), सिह(5), कन्या(6), तुला(7), व़श्चिक(8), धनु(9), मकर(10), कुम्भ(11), मीन(12)।
प्रयास करें जन्म राशि से ही राशिफल देखें। जन्म राशि न हो तो बोलते नाम की राशि से राशिफल देखें। चन्द्रमा एक राशि में ढाई दिन के लगभग रहता है तो यह राशि अधिक सूक्ष्म होती है और इससे कहा राशिफल अधिक सही बैठता है।
आप बोलते नाम एवं जन्म राशि दोनों से राशिफल देख सकते हैं और इनमें से जिस राशि का फल अधिक सत्य घटता है तो उससे ही अपना राशिफल जानें। जन्म राशि का राशिफल शतप्रतिशत एवं बोलते नाम की राशि का राशिफल 40 प्रतिशत तक सत्य घटित होता है।
राशिफल देखना प्रचलन में है इसलिए समाचार उठाते ही लोग इसे देखते हैं। लेकिन यह जान लें कि समाचार समय से छपना होता है, और यदि किसी दिन का राशिफल उपलब्ध नहीं है तो किसी भी दिनांक का राशिफल अमुक दिनांक पर छाप दिया जाता है। समाचार पत्रों मे किसी और रूप में उपलब्ध दैनिक राशिफल पूर्णतया विश्वसनीय नहीं होता है। फिर भी देखना है तो जन्म राशि से देखें और उस फल को अधिक गम्भीरता से न लें, वरना तनाव में आ जाएंगे और कुछ का कुछ उल्टा-सीधा कर बैठेंगे। अत: देखना है तो सहज रूप में बिना प्रभाव लिए। हमारी यही सलाह है कि-
राशिफल देखने से अधिक अच्छा है कि आप अपनी जन्मपत्री बनवा लें। जन्मपत्री आपके भीतर छिपी सम्भावनाओं एवं पूर्व जन्म के कर्मों के फलस्वरूप प्राइज़ भाग्य का सूचना-पत्र है। जब आपको अपने भीतर छिपी सम्भावनाओं का पूर्वानुमान हो जाएगा तो उन्नति शिखर पर चढ़ने पर आसानी रहेगी।
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