वैवाहिक विलम्ब दूर करने का अनुभूत प्रयोग
>> Wednesday, April 6, 2011
यदि आपके विवाह में विलम्ब हो रहा है और बिना बात की बाधांए आ रही है, काम बनते बनते बिगड़ रहा है! प्रयास कर-कर के थक गए हैं तो इस बाधा व विलम्ब को दूर करने के लिए एक अनुभूत प्रयोग बता रहे हैं। इस प्रयोग को करने से बाधाएं दूर होंगी और अच्छे व सम्पन्न परिवारों से रिश्ते आने लगते हैं। प्रयोग इस प्रकार है-
शुक्लपक्ष के सोमवार में गौरी शंकर रूद्राक्ष को पीले धागे में ऊं नमः शिवाय की एक माला पढ़कर धारण करें। शिव पार्वती की संयुक्त तस्वीर पूजा में रखें और रूद्राक्ष की माला से इस मन्त्र की तीन माला का जाप बिना नागा 43 दिन तक करें! मन्त्र इस प्रकार है-÷ऊं जानकी वल्लभाय स्वाहा'! जाप से पूर्व शिव एवं पार्वती जी से अपनी गलतियों की माफी मांगे और उनसे अनुरोध करें कि मेरे विवाह की बाधाएं दूर करें, मेरा विवाह शीघ्र कराएं और मुझे अच्छा वर दिलाएं। उक्त प्रयोग से अत्यन्त लाभ होता है। आप भी करके लाभ उठाएं और दूजों को भी लाभ पहुंचाएं। इस प्रयोग से विवाह की बाधाएं दूर होती हैं और शीघ्र अच्छे रिश्ते आते हैं व विवाह होने का मार्ग प्रशस्त होता है।
शुक्लपक्ष के सोमवार में गौरी शंकर रूद्राक्ष को पीले धागे में ऊं नमः शिवाय की एक माला पढ़कर धारण करें। शिव पार्वती की संयुक्त तस्वीर पूजा में रखें और रूद्राक्ष की माला से इस मन्त्र की तीन माला का जाप बिना नागा 43 दिन तक करें! मन्त्र इस प्रकार है-÷ऊं जानकी वल्लभाय स्वाहा'! जाप से पूर्व शिव एवं पार्वती जी से अपनी गलतियों की माफी मांगे और उनसे अनुरोध करें कि मेरे विवाह की बाधाएं दूर करें, मेरा विवाह शीघ्र कराएं और मुझे अच्छा वर दिलाएं। उक्त प्रयोग से अत्यन्त लाभ होता है। आप भी करके लाभ उठाएं और दूजों को भी लाभ पहुंचाएं। इस प्रयोग से विवाह की बाधाएं दूर होती हैं और शीघ्र अच्छे रिश्ते आते हैं व विवाह होने का मार्ग प्रशस्त होता है।
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