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शयनकक्ष और सकारात्‍मक ऊर्जा

>> Saturday, June 18, 2011




    शयनकक्ष में सोते समय सकारात्मक ऊर्जा कैसे पाएं लेख प्रकाशित किया गया तो इस लेख को पढ़ने के उपरान्त कई फोन अपनी समस्याओं को लेकर आए। उनको सुनकर और उनकी समस्याओं के समाधान के समय जो उत्तर दिए गए वे अन्य पाठकों के उपयोगार्थ दे रहे हैं। जो पूर्व लेख को नहीं पढ़ सके हैं वे भी इससे लाभ उठा सकेंगे।
    गहन निद्रा या अच्छी नींद के बिना स्वास्थ्य संभव नहीं है। स्वास्थ्य का मूल आधार नींद है। आप अपने शयनकक्ष को सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण बना लेंगे तो नींद आपको अच्छी आएगी।
    पंडित जी अच्छी नींद के लिए किस दिशा में सिर करके सोएं?
    अच्छे स्वास्थ्य के लिए दक्षिण दिशा की ओर सिर करके सोना चाहिए! दक्षिण दिशा की ओर सिर करके सोने से धन व आयु की प्राप्ति होती है। स्वास्थ्य ठीक रहता है और नींद गहरी आती है।
    पंडित जी सोते समय हमारा सिर पूर्व में रहता है, क्योंकि हमारे पलंग क सिरहाना पूर्व में है, ऐसे में क्या करें?
पूर्व दिशा या ईशान दिशा की ओर सिर करके सिर्फ  शिक्षा प्राप्त करने वाले युवा या बच्चों को सोना चाहिए। पूर्व की ओर सिर करके सोने वाले बच्चों की बुद्धि सजग, स्मृति अच्छी एवं पढ़ने में अधिक मन लगता है। आपका पलंग कैसे भी बिछा हो उसपर आप सिर दक्षिण की ओर करके सो सकते हैं!
    पंडित जी किस ओर सिर करके नहीं सोना चाहिएं ?
    उत्तर एवं पश्चिम दिशा की ओर सिर करके नहीं सोना चाहिए। इस और सिर करके सोने से शरीर अस्वस्थ रहता है क्योंकि रोग अधिक घेरते हैं! नींद भी अच्छी नहीं आती है। मन में चिन्ताएं एवं तनाव रहता है। सारी रात अर्धनिद्रा में दायीं-बायीं करवटें बदलनी पड़ती हैं।
    पंडित जी हमारे शयनकक्ष में बहुत से चित्र और सीनरियां लगी हैं, उनका क्या करें, कभी-कभी तो वे सपनों में दिखाई पड़ती हैं? बुरे स्वप्न तो बहुत आते हैं, मैं क्या करूं?
    शयनकक्ष में देवी-देवताओं, पूर्वजों, हिंसक पशु-पक्षियों और ऐतिहासिक एवं पौराणिक युद्ध चित्रों को नहीं लगाना चाहिए। ऐसे चित्रों को लगाने से नकारात्मक भाव या भय उत्पन्न होता है  और मानसिक अस्थिरता आती है। जैसे आपको शयनकक्ष में लगे चित्र सपने में दिखते हैं! सोने से पूर्व वे ही दिखते हैं और सोने के उपरान्त भी दिखते हैं! शयनकक्ष में चित्रों को कम कर दें और सोने से पूर्व पैर अवश्य धोएं! सिरहाने पानी एक लोटे में रखकर सोएं और अगले दिन मुख्य द्वार के दोनों और दाएं व बाएं आधा-आधा बिखेर दें! सोने से पूर्व तीन बार गायत्री मन्त्र का जाप अवश्य करें! बुरे स्वप्न आने बंद हो जाएंगे! दक्षिण एवं पश्चिमी दीवार पर मनोरम दिखने वाले प्रकृति दृश्यों को लगाया जा सकता है।
    पंडित जी टीवी हमारे शयनकक्ष में लगा है और कई बार तो देर रात तक हम उसे ही देखते रहते हैं और अगले दिन नींद बहुत आती है! प्रारम्भ में नींद न आने पर टीवी देखते थे और अब टीवी अधिक देखने के कारण रात में सोते ही नहीं हैं! चाहकर भी नींद नहीं आती है और टीवी देखते देखते नींद आ जाती है पता नहीं कब?
    शयनकक्ष में टी.वी., कम्प्यूटर आदि इलेक्ट्रॉनिक गैजेटस्‌ नहीं होने चाहिएं! यदि अत्यावश्यक हों तो उन्हें आग्नेय कोण में ही रखें। काम न होने की स्थिति में इसकी स्क्रीन को ढक कर रखें। टीवी देखने का समय निर्धारित करें अथवा शयनकक्ष से टीवी हटा दें! नींद नहीं आती है तो कच्चा जीरा सोने से पूर्व अच्छी तरह से चबाचबा कर खाएं! आधे चम्मच कच्चे जीरे से भी नहीं आए तो मात्रा बढ़ा लें! जब नींद आने लगे तो जीरा खाना छोड़ दें।
    पंडित जी हमारे शयनकक्ष में डरेसिंग टेबिल दक्षिण में रखा है! क्या करुं?
    यदि डरेसिंग टेबिल शयनकक्ष में है तो उसे उत्तर या ईशान कोण की दीवार के साथ रखें और जब प्रयोग न कर रहे हों तो इसे ढककर ही रखें! आप अपने डे्रसिंग टेबिल को शयनकक्ष की उत्तरी या ईशान कोण की दीवार के साथ खिसका लें!
    शेष प्रश्नों के उत्तर अगले लेख में देंगे! यदि आपके पास कोई ओर प्रश्न हो तो आप लिख कर भेजें उसका भी जवाब देंगे।(क्रमशः)

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